सीधा भाजन विधि भाग की सर्वोत्तम विधि है जानिए वैदिक गणित का ये सूत्र

सीधा भाजन विधि भाग की सर्वोत्तम विधि

कही जा सकती है निखिलिम विधि यद्यपि एक बहुत ही सरल विधि है, परन्तु यह एक व्यापक विधि नही है| हमने देखा है कि जहाँ पर भाजक आधार संख्या के करीब है वहां पर तो हम भाग की क्रिया बड़ी आसानी से कर सकते हैं| परन्तु यदि भाजक व आधार संख्या का अंतर अधिक हो तो भाग करना इतना आसन नही है| उदाहरण के लिए यदि हमें की संख्या को 99, 98, 97,102, 103 या 999, 998, 1002, 1003 आदि से भाग करना हो तो हम 10 सेकंड में ही इसका उत्तर निकाल सकते हैं| परन्तु यदि हमे किसी संख्या को 78, 454, 877, 6576 आदि से भाग करना हो तो हम निखिलम् सूत्र का प्रयोग नही कर सकते| अगर करते भी हैं तो गणनाएँ बहुत जटिल हो जायेगी और समय बहुत ज्यादा लगेगा, तब वैदिक गणित का कोई मतलब नही रह जायेगा|
इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि हम कोई ऐसी विधि सीखें जो सभी प्रकार के भाग के सवालों को हल कर सके वो भी बहुत ही सरल तरीके से| वह विधि है सरल भाजन विधि | यह बहुत ही व्यापक विधि है | भाग के हर तरह के सवालों पर यह लागु हो सकती है और प्रयोग करने में भी सरल है आओ अब हम एक उदाहरण द्वारा इसे समझने का प्रयास करते हैं 

 सीधा भाजन विधि :

उदाहरण :
34825 को 63 से भाग करें |
हल :  पहला चरण : इस उदाहरण में हमे 34825 को 63 से भाग देना है जो कि बहुत आसान नही है परन्तु वैदिक गणित की सीधा भाजन विधि द्वारा हम पूरी प्रक्रिया में केवल 6 से ही भाग करेंगे | वैसे भी इस विधि में  भाजक संख्या कितनी भी बड़ी हो हमे 9 से बड़ी संख्या से भाग करने की आवश्कता ही नही है | यहाँ हमे 63 से भाग देना hi नही पड़ेगा बल्कि हम 6 से भाग देकर भी पूरा सही उत्तर निकाल सकते हैं| सबसे पहले हम संख्या 34825 को 2 भागों में बाँट कर इस प्रकार लिखते हैं इस संख्या के अंतिम एक अंक को थोडा दूर हटा कर बीच में अनुपात (:) का निशान लगा कर लिखते हैं | अब संख्या 63 के 3 को सबसे ऊपर लिखते हैं व इस 3 को हम ध्वजांक बोलते हैं क्योंकि यह ध्वज के सामान सबसे ऊपर लिखा गया है |   और 63 के 6 को अगली पंक्ति में लिखा जाता है जैसा कि नीचे लिखा गया है |
इस प्रकार नीचे लिखे गये समीकरण के हिसाब से भाजक व भाज्य संख्याओं के अंको को लिखें| इस प्रकार हम देखते है कि संख्या 34825 के दो भाग हो गये | अनुपात के निशान के पहले के चार अंकों से हम भागफल प्राप्त करेंगे व अंतिम अंक 5 जो अनुपात के निशान के बाद है, उससे हम शेषफल प्राप्त करेंगे|
अब प्रथम चरण में भाजक अंक 6 है तथा भाज्य संख्या 34 है | 34 को 6 से भाग करने पर हमे भागफल 5 प्राप्त होता है जो कि पड़ी रेखा के नीचे लिख दिया जाता है और जो 4 शेष बचा है उसे अगले अंक 8 के उप अंक के तौर पर लिख दिया जाता है |
   
                       3 :  3 4 8 2 :  5
                     6   :
                  ___________________
                           5
दूसरा चरण : दुसरे चरण में हमे 48 भाज्य संख्या के तौर पर प्राप्त होती है | इस 48 में से ध्वजांक व भागफल के प्रथम अंक की गुणा यानि 3*5 =15 को घटा देते हैं | इस प्रकार 48-15 = 33 हमे वास्तविक भाज्य संख्या प्राप्त होती है | फिर 33 को 6 से भाग करने पर हमे 5 भागफल प्राप्त होता है व 3 शेष बचता है जो अगले अंक 2 के उप अंक के रूप में लिखा जाता है| अतः दुसरे चरण में हमे भागफल का दूसरा अंक 5 प्राप्त होता है |
                       3 :  3 4  8  2 :  5
                     6   :       4  3
                  ___________________
                           5 5
तीसरा चरण : इस चरण में हमे 32 भाज्य संख्या के रूप में मिलती है परन्तु उसमे से ध्वजांक व भागफल के दुसरे अंक 5 की गुणा को घटाना है| यानि 32-15= 17 प्राप्त होता है इस चरण में 17  वास्तविक भाज्य संख्या है| इसको 6 से भाग करने पर हमे 2 भागफल के तीसरे अंक के रूप में मिलता है व 5 शेषफल प्राप्त होता है | इस 5 को अगले अंक 5 के उप अंक के तौर पर लिखते हैं | यह शेषफल वाला भाग है अतः हमे 55 प्राप्त हुआ | यह वास्तविक शेषफल नही है | वास्तविक शेषफल निकालने के लिए हमे 55 में से ध्वजांक व भागफल के अंतिम अंक की गुणा को घटाना होगा |अतः 55-(3×2)= 55-6= 49
इस प्रकार हमे 49 प्राप्त हुआ जो कि वास्तविक शेषफल है | 

                       3 :  3 4  8  2 :  5
                     6   :       4  3    5
                  ___________________
                           5 5 2      :  49
 अतः भागफल = 552
      शेषफल = 49         
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सीधा भाजन विधि भाग की सर्वोत्तम विधि कही जा सकती है निखिलिम विधि यद्यपि एक बहुत ही सरल विधि है, परन्तु यह एक व्यापक विधि नही है| हमने देखा है कि जहाँ पर भाजक आधार संख्या के करीब है वहां पर तो हम भाग की क्रिया बड़ी आसानी से कर सकते हैं| परन्तु यदि भाजक व आधार संख्या का अंतर अधिक हो तो भाग करना इतना आसन नही है| उदाहरण के लिए यदि हमें की संख्या को 99, 98, 97,102, 103 या 999, 998, 1002, 1003 आदि से भाग करना हो तो हम 10 सेकंड में ही इसका उत्तर निकाल सकते हैं| परन्तु यदि हमे किसी संख्या को 78, 454, 877, 6576 आदि से भाग करना हो तो हम निखिलम् सूत्र का प्रयोग नही कर सकते| अगर करते भी हैं तो गणनाएँ बहुत जटिल हो जायेगी और समय बहुत ज्यादा लगेगा, तब वैदिक गणित का कोई मतलब नही रह जायेगा|
इसलिए ज़रूरी हो जाता है कि हम कोई ऐसी विधि सीखें जो सभी प्रकार के भाग के सवालों को हल कर सके वो भी बहुत ही सरल तरीके से| वह विधि है सरल भाजन विधि | सरल भाजन विधि बहुत ही व्यापक विधि है | भाग के हर तरह के सवालों पर यह लागु हो सकती है और प्रयोग करने में भी सरल है आओ अब हम एक उदाहरण द्वारा इसे समझने का प्रयास करते हैं |

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